योग भारतीय संस्कृति की प्राचीनतम पहचान है, यह हजारो साल पहले से विकसित हुआ था और आज भी इसका अभ्यास किया जा रहा है. बिना किसी समस्या के जीवनभर तंदुरस्त रहने का सबसे अच्छा, सुरक्षित, और आसन तरीका योग ही है. आप विभिन्न प्रकार के रोगों से छुटकारा पाने के लिए आपको बहुत सारे व्यायाम मिल जायेगे.
ध्यान (MEDITATION) को एक मजबूत विधि के रूप से जाना जाता है, ध्यान करने से मन और शरीर को आराम मिलता है, मन को शांति मिलती है. आज दुनियाभर में योग का अभ्यास हो रहा है, योग करके वह एक स्वाथ्य जीवन जी रहे है. एक SURVEY के मुताबिक कहे तो लगभग 2 अरब लोग योग कर रहे है, यह आकडा थोडा आगे भी हो सकता है और पीछे भी.
इस पोस्ट (ARTICLE) में आपको जानने को मिलेगा की योग का महत्व क्या है (IMPORTANCE OF YOGA IN HINDI) तो पहले हम BASIC जानते है, की योग क्या है (WHAT IS YOG) और योग कितने प्रकार (TYPES OF YOGA) यह जानते है.
योग क्या है – WHAT IS YOGA IN HINDI
YOGA FULL FORM – YOUR OBJECTIVE GUIDELINES AND ASSESSMENT
योग का महत्व जानने से पहले हम जानते है की योग क्या है, चलये जानते है बड़े योगियों और गुरुओ से की आखिर YOGA क्या है.
हरेक प्रकार के दुःख में से मुक्ति का नाम योग है. – वेद व्यास
“योग शब्द संस्कृत धातु ‘युस” से बना है. योग का अर्थ है जोड़ना. किसी भी कार्य में कुशलता प्राप्त करने के लिए शरीर को मन से तन और आत्मा से जोड़ना मतलब योग.’’ – श्रीमद् भगवदगीता
“योग: कर्मसु कौशलम”
आत्मज्ञान प्राप्त करने की अवस्था योग है. – महर्षि पतंजलि
मन को भटकने ना देना एक जगह पर स्थिर रखना ही योग है. – बाबा रामदेव
YOGA कितने प्रकार के होते है – TYPES OF YOGA
यहाँ कुछ में YOGA की जानकारी दे रहा हु, शुरुआती लोगो से लेकर उचतम लोगो के लिए है.
NO. | शुरूआती श्रेणी | मध्यवर्ती श्रेणी | उत्रत श्रेणी |
1 | शीर्षासन | भुजगासन | मयूरासन |
2 | मकरासन | हलासन | कर्ण पिडासन |
3 | पवनमुक्तासन | पद्मासन | बध्य पद्मासन |
4 | शवासन | नौकासन | कटिचक्रासन |
5 | ताड़ासन | धनुरासन | कृर्मासन |
6 | मंडूकासन | सिद्द्रासन | उतान कृर्मासन |
7 | शलभासन | पश्चिमोत्तनासन | तितली आसन |
8 | वृक्षासन | सुप्त वज्रासन | नटराज आसन |
9 | अर्ध चक्रासन | त्रिकोणासन | हलासन |
10 | जनू शीर्षासन | चक्रासन | वातायनासन |
11 | पूर्वोत्तानासन | वक्रासन | मलासन |
12 | मज्रारासन | सर्वांग आसन | अनंत आसन |
13 | चक्की चलानासन | वीरभद्रासन | भूनमनासन |
14 | मर्कटासन | गरुड़ासन | परिधासन |
15 | उतानपदासन | उत्कटासन | वशीष्ठासन |
16 | पर्वतासन | उष्ट्रासन | बकासन |
17 | भूनमनासन | मत्स्यासन | तिन्तीभासन |
18 | महाविरासन | शंशकासन | एक पाद राज कपोतासन |
19 | वज्रासन | गोमुखासन | |
20 | संकटासन | अर्ध–मत्स्येन्द्रासन | |
21 | संन्तुलनासन | कंधरासन | |
22 | समत्वासन | कुक्कुटासन | |
23 | सुखासन | गर्भासन | |
24 | सुप्त पवनमुक्तासन | भ्रमनासन | |
25 | स्तूपासन | मत्स्येन्द्रासन | |
26 | बालासन | सिहासन | |
27 | सेतुबंद आसन | ||
28 | अर्ध चंद्रासन |
योग करने के फायदे (Benefits of doing yoga in hindi)
- योग करने से तनाव कम होता है.
- योग मन के विचारो को नियत्रण करता है.
- योग करने से पाचन तंत्र अच्छा रहता है.
- योग करने से आंतरिक अंग मजबूत रहते है.
- योग करने से त्वचा चमकती है.
- योग करने से एकाग्रता शक्ति बढती है.
- योग करने से मन शांत रहता है.
- योग करने से शरीर तंदुरस्त रहता है.
- योग करने से रक्त शुद्ध बनता है.
- योग करने से सहनशक्ति बढती है.
- योग करने से सकरात्मक विचार आते है.
- योग करने से चर्बी गटती है.
- योग करने से शरीर निरोगी हो जाता है.
ये सब है, योग करने के लाभ, योग करने से आपका शरीर अंदर और बहार से मजबूत बनता है. योग में मुख्य रूप से ध्यान ( MEDITATION), योग (YOGA) और आसन शामिल है, जो हमारे शरीर की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं। योग एक सबसे अच्छा विकल्प है, जिससे हम medicine से होने वाले हानिकारक इफ्फेक्ट से बच सकते है.
इस भाग-दोड़ भरी दुनिया में आज तनाव से बहुत सारे लोग गुजर रहे है, योग करने से आप इस समस्या से उपर उठ सकते है. निरंतर योग करने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है.
IMPORTANCE OF YOGA IN LIFE IN HINDI – योग का महत्व
हमारे जीवन में योग का महत्व कभी भी समाप्त नहीं हो सकता योग हमारे समाज की बहुत ही पुरानी धरोहर है. हम जब तक योग को अपने जीवन में अपनाएं ये उसका अभ्यास करेंगे तो हमें कभी अवसाद, चिंता, मोटापा, मानसिक बीमारी, शारीरिक कमजोरी जैसी कई सारी बीमारियां दूर रहेंगे. आज हर कोई योग को अपना रहा है और योग की शुरुआत or उत्पत्ति हिंदू धर्म द्वारा हुई थी.
इन्हे भी जरूर पढे:[su_posts template=”templates/list-loop.php” posts_per_page=”4″ order=”desc” orderby=”title”
- अगर हम अपने जीवन में तो हमें खुशहाल और शांति पूर्वक जीवन गुजार सकेंगे, हमारे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती रहेगी, हमारी एकाग्रता शक्ति बढ़ेगी, हमारे शरीर की मांसपेशियों में मजबूती और लचीलापन आएगा और हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहेगा.
- योग करने से हमें मानसिक शांति मिलती है, कई हजारों बीमारियों से हम दूर रहते हैं. विश्व में आज हर साल 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप से मनाया जाता है. सन 2004 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने विश्व में योग दिवस मनाने की सबसे बड़ी घोषणा की थी. योग के महत्व को समझ कर हमारे भारत देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी ने साल 2015 में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की.
- 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस इसलिए मनाया जाता है कि योग के प्रति लोगों में जागरूकता आए और लोग योगाभ्यास करें यह घोषणा मुख्य लोगों को योग के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए की गए हैं. विश्व योग दिवस के मौके पर गांव नगर शहर और जगह-जगह पर योग के कैंप का आयोजन किया जाता है और जगह-जगह योग की अच्छाई से लोगों को अवगत कराने की पूरी कोशिश की जा रही है.
- योग का मतलब है “बांधना जोड़ना” और यह आज विश्व के अनेक देशों में प्रचलित हो गया है. भारतीय दर्शन शास्त्र में योग के बारे में 5000 साल पहले ही लिखा गया था और इसका वर्णन ऋग्वेद में भी है और वैदिक ग्रंथों में योग का विशेष रूप से वर्णन किया गया है.
Yoga करने के नियम In Hindi
- योग सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त के पहले करना चाहिए.
- योग हमेशा भूखे पेट या खाली पेट ही करना चाहिए.
- योग करने के बाद तुरंत कुछ खाना नहीं चाहिए. आधे घंटे बाद अब कुछ भी सेवन कर सकते हैं.
- आपको योग किसी गुरु की सलाह अथवा कोई अनुभवी व्यक्ति से योग की सलाह देने के बाद ही योग करना चाहिए.
- योग करने से पहले आपको योग का अभ्यास जरूर करना चाहिए. अगर आप शुरुआत कर रहे हैं आपके पास एक अनुभवी व्यक्ति होना चाहिए जो आप पर निगरानी रखें.
- अगर आप योग की शुरुआत कर रहे हैं तो आप केवल आसान आसन को करें फिर धीरे-धीरे कठिन आसन को करने का प्रयास करें.
- आपको योग हमेशा आरामदायक ढीले कपड़े और कॉटन के वस्त्र पहन कर ही करना चाहिए.
- इस बात का हमेशा ध्यान रहे कि आप हमेशा योग जमीन पर चटाई बिछाकर ही करें. कभी भी योग पलंग पर ना करें.
- किसी भी चीज का 1 दिन में रिजल्ट नहीं मिलता, आपको निरंतर योग का अभ्यास करना होगा आपको एक दिन अवश्य योग का एक अच्छा परिणाम मिलेगा.
निवेदन : अगर आपको हमारा यह पोस्ट IMPORTANCE OF YOGA IN HINDI पसन्द आया हो तो आप हमे कमेंट के माध्यम से बता सकते है. अगर आपका कोई सुझाव और सवाल है, तो भी आप हमे कमेंट के माध्यम से बता सकते है, हमें आपके सवाल का उत्तर देने में ख़ुशी होगी.
आप हमारी इस पोस्ट YOGA IN HINDI को अपने हर एक दोस्त के साथ करना ना भूलियेगा.